जसवंतगढ (कलम कला न्यूज)। जसवंतगढ के सरपंच कन्हैयालाल प्रजापत लम्बे समय से अनधिकृत रूप से भूमि घोटालों में लिप्त रहने तथा सरकारी, ग्राम पंचायत की भूमियों, पंचायत समिति की भूमियों वगैरह को किसी न किसी तरह से खुर्द-बुर्द करने की योजनाएं बनाकर उनको क्रियान्वित करने के लिए गिरोहबद्ध होकर कार्य करने के आरोप लगाते हुए पद का दुरूपयोग करने सम्बंधी अन्य अनेक मामलों में सरपंच द्वारा बिना सर्वे में आए अपने एक निजी व्यक्ति को फर्जी बीपीएल का राशन कार्ड तक बनाकर देने आदि की शिकायत करते हुए जीवण मल गुर्जर ने उनकी निष्पक्ष जांच करवाकर सरपंच कन्हैयालाल प्रजापत के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए सरपंच पद से बर्खास्त करने की मांग की है। सम्भागीय आयुक्त को लिखे गए इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि हाल ही में जसवंतगढ के खसरा नं. 19 की सरकारी गैर मुमकिन नाडी की भूमि, जो जलमग्र क्षेत्र (चारागाह के लिए नहीं) की 3 बीघा 5 बिस्वा कुल भूमि है। जिसे किसी को भी बेचा जाना या आवंटन किया जाना भी संभव नहीं, उस भूमि को खुद सरपंच कन्हैयालाल प्रजापत ने सरासर फर्जी तरीकों का इस्तेमाल करके किसी अन्य व्यक्ति की गलत रूप से दर्शा कर एक अनुबंध पत्र के जरिए एक बीघा भूमि अपने नाम बेचान करवा ली। यह अनुबंध पत्र 100 रूपयों के स्टाम्प पेपर पर जुगल किशोर बिहानी पुत्र स्व. प्रेमसुख बिहानी, जाति माहेश्वरी निवासी जसवंतगढ के साथ मिल कर षड्यंत्र रचकर उसे अपनी खातेदारी भूमि बताते हुए मात्र 50 हजार मे बेचान करने की लिखापढी करके खुर्द-बुर्द करने की कोशिश की है। इसी तरह से जसवंतगढ, आसोटा, खानपुर आदि गांवों की कई जमीनों पर भी बदनियति से काबिज होने के लिए उक्त सरपंच कोशिशें लगातार कर रहा है। पत्र में आरोप लगाया है कि इसके अलावा सरपंच कन्हैयालाल प्रजापत ने भाई-भतीजावाद से ग्रसित होकर अपने एक निजी व अपनी जाति के व्यक्ति वासुदेव प्रजापत पुत्र रामगोपाल प्रजापत निवासी वार्ड सं. 1, जसवंतगढ को बिना बीपीएल सर्वे में आए, बिना चयन हुए ही फर्जी तरीके अपनाकर एक मेडिकल सुविधा कार्ड सं. 103 बनाकर जारी कर दिया, जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों की नि:शुल्क चिकित्सा के लिए प्रयुक्त होता है। इस कार्ड में उसने सन 2009-10 के बीपीएल में चयन सूची क्रमांक 3843869 भी फर्जी अंकित करके अपनी मोहर व हस्ताक्षर किए हंै। इस सम्बंध में पंचायत समिति, लाडनूं के विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत के सचिव ग्राम सेवक से सूचना के अधिकार के तहत सूचनाएं मांगी गई, जिससे स्पष्ट हुआ कि इस नाम का कोई व्यक्ति चयन सूची में नहीं है। स्पष्ट है कि उक्त कार्ड सरासर फर्जी तरीके से तैयार किया गया है, जो सरपंच द्वारा अपने पद का खुला दुरूपयोग है। इसके अलावा सरपंच कन्हैयालाल के कार्यकाल में रेलवे लाईनों के पास व राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 65 व मेगा हाईवे पर स्थित जसवंतगढ के खसरा नं. 1 व 2 की कीमती भूमि पर कुछ लोगों का कब्जा करवा दिया, जिसे पंचायत समिति लाडनूं ने अपनी भूमि होने से रूकवाया व हटवाया। बाद में इस बात की पूरी जानकारी होते हुए भी उसी पंचायत समिति की आबादी सुदा भूमि में अनधिकृत रूप से अपनी ग्राम पंचायत का एक प्रस्ताव दिखा कर उसे जोधपुर विद्युत वितरण निगम को जी एस एस बनाने के लिए सुपुर्द कर दी तथा उसके आधार पर निगम ने निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर विकास अधिकारी, पंचायत समिति, लाडनूं ने कार्य रूकवाया। इस प्रकार निगम को भी कार्य शुरू करवाने में काफी नुकसान उठाना पड़ा। अब वर्तमान में कार्य बंद पड़ा है। उन्होंने अपने पत्र में पूरे प्रकरण की जांच विस्तार से करवाने तथा सरपंच को तुरन्त निलम्बित करवाकर कानूनी कार्यवाही करवाने की मांग की है।
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- sumitra arya
- हमेशा देश-सेवा और जनसेवा की भावनाओं के वशीभूत होकर कार्य किया है। विभिन्न संस्थाओं और सरकारी बोर्डों, समितियों में रहकर भी जनहित के कामों पर ध्यान दिया है। हरकदम पर पाया है कि भ्रष्टाचार इस देश को भीतर ही भीतर खोखला करता जा रहा है। स्वार्थ के सामने राष्ट्रहित गौण होता जा रहा है। इस टसि को लेकर कलम की ताकत की कलात्मक अभिव्यक्ति के रूप में सन 2003 में कलम कला पाक्षिक अखबार का प्रकाशन आरम्भ किया, जो अनवरत चल रहा है। अब ब्लॉगिंग के जरिए देश भर के नेक और ईमानदार लोगों की टीम बनाकर भ्रष्टाचार मिटाना चाहती हूं।
Wednesday, May 11, 2011
जसवंतगढ सरपंच पर पद के दुरूपयोग का आरोप : भूमि घोटालों में सरपंच को बर्खास्त करने की मांग
जसवंतगढ (कलम कला न्यूज)। जसवंतगढ के सरपंच कन्हैयालाल प्रजापत लम्बे समय से अनधिकृत रूप से भूमि घोटालों में लिप्त रहने तथा सरकारी, ग्राम पंचायत की भूमियों, पंचायत समिति की भूमियों वगैरह को किसी न किसी तरह से खुर्द-बुर्द करने की योजनाएं बनाकर उनको क्रियान्वित करने के लिए गिरोहबद्ध होकर कार्य करने के आरोप लगाते हुए पद का दुरूपयोग करने सम्बंधी अन्य अनेक मामलों में सरपंच द्वारा बिना सर्वे में आए अपने एक निजी व्यक्ति को फर्जी बीपीएल का राशन कार्ड तक बनाकर देने आदि की शिकायत करते हुए जीवण मल गुर्जर ने उनकी निष्पक्ष जांच करवाकर सरपंच कन्हैयालाल प्रजापत के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए सरपंच पद से बर्खास्त करने की मांग की है। सम्भागीय आयुक्त को लिखे गए इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि हाल ही में जसवंतगढ के खसरा नं. 19 की सरकारी गैर मुमकिन नाडी की भूमि, जो जलमग्र क्षेत्र (चारागाह के लिए नहीं) की 3 बीघा 5 बिस्वा कुल भूमि है। जिसे किसी को भी बेचा जाना या आवंटन किया जाना भी संभव नहीं, उस भूमि को खुद सरपंच कन्हैयालाल प्रजापत ने सरासर फर्जी तरीकों का इस्तेमाल करके किसी अन्य व्यक्ति की गलत रूप से दर्शा कर एक अनुबंध पत्र के जरिए एक बीघा भूमि अपने नाम बेचान करवा ली। यह अनुबंध पत्र 100 रूपयों के स्टाम्प पेपर पर जुगल किशोर बिहानी पुत्र स्व. प्रेमसुख बिहानी, जाति माहेश्वरी निवासी जसवंतगढ के साथ मिल कर षड्यंत्र रचकर उसे अपनी खातेदारी भूमि बताते हुए मात्र 50 हजार मे बेचान करने की लिखापढी करके खुर्द-बुर्द करने की कोशिश की है। इसी तरह से जसवंतगढ, आसोटा, खानपुर आदि गांवों की कई जमीनों पर भी बदनियति से काबिज होने के लिए उक्त सरपंच कोशिशें लगातार कर रहा है। पत्र में आरोप लगाया है कि इसके अलावा सरपंच कन्हैयालाल प्रजापत ने भाई-भतीजावाद से ग्रसित होकर अपने एक निजी व अपनी जाति के व्यक्ति वासुदेव प्रजापत पुत्र रामगोपाल प्रजापत निवासी वार्ड सं. 1, जसवंतगढ को बिना बीपीएल सर्वे में आए, बिना चयन हुए ही फर्जी तरीके अपनाकर एक मेडिकल सुविधा कार्ड सं. 103 बनाकर जारी कर दिया, जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों की नि:शुल्क चिकित्सा के लिए प्रयुक्त होता है। इस कार्ड में उसने सन 2009-10 के बीपीएल में चयन सूची क्रमांक 3843869 भी फर्जी अंकित करके अपनी मोहर व हस्ताक्षर किए हंै। इस सम्बंध में पंचायत समिति, लाडनूं के विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत के सचिव ग्राम सेवक से सूचना के अधिकार के तहत सूचनाएं मांगी गई, जिससे स्पष्ट हुआ कि इस नाम का कोई व्यक्ति चयन सूची में नहीं है। स्पष्ट है कि उक्त कार्ड सरासर फर्जी तरीके से तैयार किया गया है, जो सरपंच द्वारा अपने पद का खुला दुरूपयोग है। इसके अलावा सरपंच कन्हैयालाल के कार्यकाल में रेलवे लाईनों के पास व राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 65 व मेगा हाईवे पर स्थित जसवंतगढ के खसरा नं. 1 व 2 की कीमती भूमि पर कुछ लोगों का कब्जा करवा दिया, जिसे पंचायत समिति लाडनूं ने अपनी भूमि होने से रूकवाया व हटवाया। बाद में इस बात की पूरी जानकारी होते हुए भी उसी पंचायत समिति की आबादी सुदा भूमि में अनधिकृत रूप से अपनी ग्राम पंचायत का एक प्रस्ताव दिखा कर उसे जोधपुर विद्युत वितरण निगम को जी एस एस बनाने के लिए सुपुर्द कर दी तथा उसके आधार पर निगम ने निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर विकास अधिकारी, पंचायत समिति, लाडनूं ने कार्य रूकवाया। इस प्रकार निगम को भी कार्य शुरू करवाने में काफी नुकसान उठाना पड़ा। अब वर्तमान में कार्य बंद पड़ा है। उन्होंने अपने पत्र में पूरे प्रकरण की जांच विस्तार से करवाने तथा सरपंच को तुरन्त निलम्बित करवाकर कानूनी कार्यवाही करवाने की मांग की है।
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