भारत में अपराध
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो द्वारा निकाले जाने वाला यह सबसे पुराना एवं प्रतिष्ठित प्रकाशन है । रिपोर्ट के लिए राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो (रा.अ.रि.ब्यू.) द्वारा जिला अपराध रिकार्ड ब्यूरो(जि.अ.रि.ब्यू.) से डाटा संग्रह किया जाता है एवं संदर्भ के अंतर्गत वर्ष के अंत में राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो को भेजा जाता है । बड़े शहरो (अंतिम जनगणना के आधार पर १० लाख या उससे अधिक जनसंख्या वाले शहरो) से अलग से डाटा संग्रह किया जाता है । कुछ आई.पी.सी. मदों पर जिला वार अलग से डाटा संग्रह एवं प्रकाशित किया जाता है । 'भारत में अपराध' का पहला अंक वर्ष १९५३ सें संबंधित है एवं रिपोर्ट का नवीनतम अंक वर्ष २००८ से संबंधित है ।
कार्य क्षेत्र:
यह रिपोर्ट निम्नलिखित पर विस्तृत जानकारी रखती है:
१. पंजीकृत मामले एवं उनका निपटान एवं२. गिरफ्तार व्यक्ति एवं उनका निपटान
भारतीय दंड संहिता एवं विशेष तथा स्थानीय कानून के मुख्य मदों के अंतर्गत । रिपोर्ट में इन अपराध शीर्षों के अंतर्गत गिरफ्तार व्यक्तियों का आयु ग्रुप वार एवं लिंग वार ब्यौरा भी उपलब्ध है । इस रिपोर्ट में समाज के कुछ असुरिक्षत सेक्शनों-महिलाओं,बच्चों,अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति के विरुद्ध हुए अपराध पर भी एक अध्याय है । उपर्युक्त अपराध आकडों को सुचित्र/नक्शे के प्रारूप, सारणी के प्रारूप एवं मानचित्र के प्रारूप में प्रस्तुत किया गया है ।
मुख्य क्षेत्र:
पुलिस सामर्थ्य, व्यय एवं अवसंरचना के लिए एक पूर्ण अध्याय समर्पित किया गया है । इसी प्रकार से पुलिस दुर्घटना एवं पुलिस गोलीबारी एवं दुर्घटना पर सूचना अलग अध्यायों में दी गई है । समय के अनुसार आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। अतः साईबर अपराध एवं मानव व्यापार पर सूचना को अलग अध्यायों में दिया गया है । आर्थिक अपराध, दोबारा अपराध करने के अभ्यास एवं रेलवे में अपराध को अलग अध्यायों में दिया गया है । अपहरण एवं व्यपहरण की कुल जनसंख्या के संबंध में महिलायें एवं लड़कियों तथा बच्चों की सूचना अलग से दी गई है ।
डाटा अनुसंधान करने एवं निर्णय लेने में:
भारत सरकार के पास उपर्युक्त विषय पर अत्यंत विस्तृत, डाटा बैंक केवल इसी रिपोर्ट में उपलब्ध है। इस रिपोर्ट में विहित डाटा नीति निर्माताओं, एन.जी.ओ., अनुसंधानकर्त्ताओं एवं आम जनाता द्वारा बड़े तौर प्रयोग किया जाता है । रिपोर्ट में विहित सूचना की व्यापकता, बढ़ते उपयोग, विभिन्न स्टाकहोल्डर की निर्भरता को ध्यान में रखते हुए हमने, अपने खुद के प्रयासों से १९५३ से २००८ तक की रिपोर्ट के सभी अंकों को डिजिटाईज किया है एवं इसे हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध कराया है ।
सुझाव एवं नए क्रियाकलाप
यद्यपि हमारी उपल्बिधयां हमें गौरवांवित करती है, परन्तु वे हमें संतुष्ट नहीं करती है । रिपोर्ट के प्रस्तुतीकरण में कई वर्षों से लगातार सुधार होता रहा है । अतः अभी हाल ही में रिपोर्ट में रेखाचित्र एवं मानचित्र की काफी अधिक संख्या को शामिल किया गया है । हम स्टेकहोल्डर के लिए इसे अधिक उपयोगी बनाने के लिए रिपोर्ट की विषय सूची एवं प्रस्तुतीकरण में सुधार के लिए अत्यंत आभारी होंगे । हम उपयोगकर्त्ताओं से हमारे कार्य को और अधिक उत्कृष्ट बनाने के लिए सुझावो का स्वागत करते हैं ।
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